"सिंदूर की मांग — एक जादुई चुड़ैल की भयानक दास्तान"
एक सुनसान और अंधेरे रास्ते पर रात के समय एक लड़की अकेली बैठी थी। उस जगह पर दूर-दूर तक कोई दिखाई नहीं दे रहा था। तभी उस रास्ते से एक कार गुज़र रही थी। कार चला रहा व्यक्ति जैसे ही उस लड़की को देखता है, वह थोड़ी दूर जाकर कार रोकता है और वापस उसी दिशा में लौट आता है।
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"सिंदूर की मांग — एक जादुई चुड़ैल की भयानक दास्तान" |
वह व्यक्ति कार से उतरकर लड़की से पूछता है,
“तुम इतनी रात को इस सुनसान जगह पर क्या कर रही हो?”
लड़की उदास स्वर में कहती है,
“आज मेरी शादी थी… लेकिन अब मैं दुल्हन नहीं हूं।”
वह व्यक्ति हैरान होकर पूछता है,
“क्या मतलब? फिर तुम यहां कैसे?”
लड़की रोते हुए बताती है,
“लड़के वालों ने शादी से पहले जो भी दहेज मांगा, मेरे पिताजी ने सब कुछ दे दिया। लेकिन शादी के दिन लड़के के पिता ने अचानक कार की मांग कर दी। मेरे पिता असमर्थ थे। इसलिए वो लोग बारात वापस ले गए। अपमान और दुख में मैं वहां से भाग आई। अब समझ नहीं आ रहा क्या करूं… इसलिए यहां अकेली बैठी हूं।”
वह व्यक्ति सहानुभूति जताता है,
“तुम यहीं बैठी रहोगी? चलो, मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं।”
लड़की धीरे से बोली,
“मैं घर लौटने के लिए नहीं भागी। मैं तो अपनी जान देने वाली थी।”
व्यक्ति चौक गया, “इतनी सी बात पर?”
लड़की गुस्से में कहती है,
“तुम्हें ये छोटी बात लग सकती है, लेकिन मेरी इज्जत मिट्टी में मिल गई है। अब कौन करेगा मुझसे शादी?”
कुछ पल की चुप्पी के बाद वह पूछती है,
“क्या तुम मुझसे शादी करोगे?”
व्यक्ति घबराकर बोला, “नहीं… मैं तो तुम्हें जानता भी नहीं…”
लड़की दर्दभरी आवाज़ में कहती है,
“मुझे पता है अब कोई मुझसे शादी नहीं करेगा… अगर तुम नहीं कर सकते तो मुझे यहीं मर जाने दो।”
वह व्यक्ति चुप हो जाता है। तभी लड़की अपनी पोटली से सिंदूर निकालती है और कहती है,
“ये लो… मेरी मांग भर दो, कम से कम मरने से पहले मुझे किसी का नाम तो मिलेगा…”
थोड़ी दुविधा के बाद, वह व्यक्ति उस सिंदूर को लेकर लड़की की मांग भर देता है — और तभी लड़की की आँखें लाल हो जाती हैं, चेहरा विकराल हो उठता है… वह एक जादुई चुड़ैल बन जाती है!
डर से कांपते व्यक्ति से चुड़ैल कहती है,
“मैं कोई आम लड़की नहीं, एक शापित चुड़ैल हूं। अमर होने के लिए मुझे दस पुरुषों से शादी करके उनके सिर काटने हैं। तू मेरा पहला शिकार बना है।”
कहते ही उसने तलवार निकाली और उसका सिर काट दिया।
अब उसे 9 और शिकार चाहिए थे।
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🩸 हत्या का सिलसिला...
हर रात वह चुड़ैल एक सुंदर लड़की का रूप धारण करके सुनसान रास्ते पर बैठती और अपनी झूठी दुखभरी कहानी किसी राहगीर को सुनाती। हर बार वह सिंदूर देती, मांग भरवाती और फिर तलवार से उसका सिर काट देती।
धीरे-धीरे वह 9 पुरुषों को मार चुकी थी। अब सिर्फ एक और सिर की ज़रूरत थी — और वह अमर हो जाती।
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🌑 आखिरी शिकार... या आखिरी मोड़?
एक रात वह फिर सुनसान रास्ते पर बैठी थी, रोते हुए। तभी एक कार आई और एक युवक बाहर निकला। उसने वही सवाल पूछा — “इतनी रात को यहां क्या कर रही हो?”
लड़की ने अपनी वही झूठी कहानी दोहराई। युवक गंभीरता से सब सुनता रहा।
लेकिन इस बार कहानी का अंत कुछ और था।
युवक बोला,
“मैं जरूर तुमसे शादी करूंगा। लेकिन मेरी एक शर्त है — मैं तुम्हारी मांग अपने घर में भरूंगा।”
थोड़ी सोचने के बाद लड़की मान गई।
वह युवक उसे अपने घर लाया और कहा,
“पहले मैं फ्रेश होकर आता हूं।”
लड़की बोली,
“नहीं! पहले मेरी मांग भरो फिर जो चाहो करो।”
युवक मुस्कराया,
“कम से कम शादी से पहले स्नान तो कर लेने दो… ये हमारे घर की रीत है।”
लड़की मान गई। लेकिन युवक पीछे वाले दरवाजे से बाहर निकल गया — और भागते हुए एक साधु बाबा के पास गया।
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🔱 अंतिम मोक्ष...
साधु बाबा ने सब सुनकर युवक को एक सिंदूर का डब्बा दिया और कहा,
“इस पवित्र सिंदूर से अगर तुम उसकी मांग भरो, तो उसका अंत निश्चित है।”
युवक वापस घर आया। लड़की गुस्से में पूछती है,
“इतनी देर क्यों लगाई?”
युवक बोला,
“अब देरी नहीं करूंगा, बस एक बात… मांग भरने से पहले आंखें बंद करो — यही हमारे घर की परंपरा है।”
लड़की ने आंखें बंद कर ली। युवक ने साधु बाबा वाला पवित्र सिंदूर उसकी मांग में भर दिया।
अगले ही पल वह चुड़ैल अपने असली रूप में आ गई — लेकिन अब वह जलने लगी।
वह चीखते हुए बोली,
“तूने क्या किया मेरे साथ!”
युवक बोला,
“ये वही सिंदूर है जो तुम्हें अमर नहीं, विनाश की ओर ले जाएगा!”
और देखते ही देखते वह जादुई चुड़ैल आग की लपटों में जलकर राख हो गई।
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सीख:
झूठ, छल और लालच चाहे कितना भी रूप बदल ले — लेकिन सच्चाई, हिम्मत और बुद्धिमानी के आगे उसका अंत निश्चित है। यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि हर सुंदर चेहरा सच्चाई का प्रतीक नहीं होता — पहचान जरूरी है।
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Horror Story